गुरु गोरखनाथ
और जैसे ही बाग में कदम धरते हैं
सब पेड़ जो सूखे पेड़ थे वो भी हरे हो जाते हैं
फूल खिलने लग जाते हैं
और कैसा सोर मस्ता है बाग में
आये इस भजन को सुनेंगे
NDJ कंपनी के माध्यम से
जिसको गाया है भाई विर्जे सौरकाने
किस तरह से बाबा की प्रसंशा करते हैं
आये सुनेंगे
बाग में आये है
बाग में आये है
बाबा को रकनात चोदे सोचे लोगी
चोदे सोचे लोगी
नाए साथी जमात बाग में आये है
बाद में आयें है बाद में आयें है बाद में आयें है बाबा गो रखनात
चोदे सोछे लोकी चोदे सोछे लोकी लाए साथ जमात बाद में आयें है
बाद में आयें है
जगे जगे पे पेठे साथू अपने छिम्टे गाटे
जगे जगे पे पेठे साथू अपने छिम्टे गाटे
कोई कोई साथू तुबले पतले कोई कोई थकडे ठाडे
आप आगों में धूने गाले
तपते हैं दिन रात बाद में आये हैं
बाद में आये हैं
बाबा को रखना तुछो दे सोचे लोगी
लाए साथ जमाद बाद में आये हैं
बाद में आये हैं
बाद में आये हैं
बारे साल के बाद नगर में देखा काम निराडा
जैसे ही बाद में पेर धर्या
होने लगी बरसात बाद में आये हैं
बाद में आये हैं
बाबा को रखना
तुछो दे सोचे लोगी
तुछो दे सोचे लोगी
लाए साथ जमाद बाद में आये हैं
बाद में आये हैं
जो भी जाते इनकी शरण में मन चहाया वर देते
जो भी जाते इनकी शरण में मन चहाया वर देते
मन को घिले सानसी जट पट पीड़ों
पीडा सब हर लेते मन को निलेसान की जटपट पीडा सब हर लेते वक्तों के बन गए चहेते
वक्तों के बन गए चहेते माने सारी बात बाग में आए हैं बाग में आए हैं बापा गो रखना थी चोदे सो छेलों की
चोदे सो छेलों की लाए साथ जमत बाग में आए हैं बाग में आए हैं
दूर दूर से बगत चाल के दर्शन करने आए दूर दूर से बगत चाल के दर्शन करने आए
के लास चंदने भी आपर चरणों में सीसी धुपाए
के लास चंदने भी आपर चरणों में सीसी धुपाए
बेठे हरी का ध्यानी लगाए
सब चेले एक साथ बाग में आए हैं बाग में आए हैं
बापा गो रखना थी चोदे सो छेलों की
चोदे सो छेलों की
लाए साथ जमाद बाग में आए हैं
बाग में आए हैं
बाग में आए हैं
बाग में आए हैं