आदे आदंगर बाज़ारिया मैं, चाचा बाज़ारिया मैं
च्छा आजाई, चाचा आजाई दे
आदे आदंगर बाज़ारिया मैं, चाचा बाज़ारिया मैं
छेडेला सलाई कान दिन दूं पहार में
हर सुरो सिन्यार खाफे निकले बाजार में
छेडेला सलाई कान दिन दूं पहार में
सब कहेला के बोला जानो हाँ खाड़े बू
आधे आ जंगल बाजार यंआ में चा जा जाई बू
जब या हीरे के बहिया में आ जाईब, खौड़ी आतलात जिलावा में चा जाईबू
आदे अंतर बजरीया में प्लॉब, बजरीया में प्लॉब, फट फट फट में खौड़ी आतलात जिलावा में प्लॉब
कि जब जब जाली हम मरके लपवा सा होई जाले मुही परुजे
एरा हनी बनी जब मेरी आरचेरा बहुती गाड़े रहा पुपर मने
अच्छा हमके छेड़ी के कोहे खरबुज खाईब
अधे आजंगर बजरीया में छाजईब
जोति आहीरे के बहिया में आजईब
कोहि आतो राता जिला में छाजईब
जोति आजंगर बजरीया में चाजईब
अधे आजंगर बजरीया में छाजईब
जोति आजंगर बजरीया में छाजईब
बड़का बनेला रामदार, हमते कोरे ना पाईबा प्यार
बुझला
आहमारे जीत के बनला हसबेल, तो कमनो होई ना एक सीडे
अज कोहे के बिजुरी कहां गिरोईबू
आरे आजंगल बाजरिया में छाज़ाईबू, जदी आहीरे के बहीया में आजाईबू
तब उजहा जाये उच्छी