अब शुब मंगल घड़ी आई
आई, आई
अब घरघर बजे बदाई, बदाई, बदाई
अब घरघर चौक पुराओ, अब गीत खुशी के गाओ
गाओ रे मंगल तीप जलाए हैं, अवध में राम आए हैं
मंगल तीप जलाए हैं, अवध में राम आए हैं
चहुदी-वंधन वर सझे हैं, व्न्धन वर सझे हैं, व्न्धन वर सझे हैं
स्वागत में सब लोग करे हैं, हां सब लोग खडे हैं, हां सब लोग खडे हैं
अब ताछे धोल बजाओ, अब रंग गुलाल उड़ाओ, अब ताछे धोल बजाओ, अब रंग गुलाल उड़ाओ, उड़ाओ रे
मंगल दीप जलाए हैं, अवत में राम आए हैं
मंगल दीप जलाए हैं, अवत में राम आए हैं
आज अवद की छटा निराली, अहाँ छटा निराली, अहाँ छटा निराली
खुशियों की छाई हर्याली, आँ छाई हर्याली, आँ छाई हर्याली
अब वेंजन थाल सजाओ, सब छपन भोग लगाओ, अब वेंजन थाल सजाओ, सब छपन भोग लगाओ, लगाओ रे
मंगल दीप जलाए हैं, अवत में राम आए है
मंगल दीप जलाए हैं, अवत में राम आए है