परिसुद्धन
ने स्वर्गपितावे निन्नि दिव्य नामं स्तुतिकल आलिन्नि वर्वाल्द्युदून्नौ
परिसुद्धन
स्तुतिकलिल्हु,
वालुन्न सर्वशक्ता राजाधिराजनाम् कर्तावे
नी परमोनदन परमशक्तन
नी परमोनदन परमशक्तन
परिसुद्धन परिसुद्धन परिसुद्धन नी
विन्डलनाधनामत्युन्नता
नित्यजीवने किड़ूम् सकलेश्वरा
विन्डलनाधनामत्युन्नता
नित्य जीवने कीडूम् सकलेश्वरा
नी परमोनतन परमशक्तन
परिसुत्थन परिसुत्थन परिसुत्थन नी
अत्युन्नतंगंलिल वाजुन्नवन
करुनामयनवन सर्वेष्वरन
स्वर्गपितावे निन्तिव्यनामं
स्थुतिकलालिन्निवर्वाज्तिटुन्नु
परिसुत्वन परिसुत्वन
परिसुत्वन परिसुत्वन
Parichutham