दिमुझ दी धुप कुल का सट
हिग जाम पिला मता ठडपो
हत पेर तरहे तू पुट पहिं
अखि साबिर करमा सरीया कुछ दीदार करा मता ठडपो
वे हर कोई मेदी अलाई बेठ है
नन सूट सिवाई बेठ है
हिक आसादे मदडे हार
कोई घीन आये रंग वाके छुनिया सजना कन
मोतीय नाल कठाके छुनिया सजना कन
केदे आगे लाल रुमा
साइद मनो केदे नाल
करमा
सरीया कुछ दीदार करा मता लावाद पर दीदार करा
पर दीदार करा पर दीदार करा
पर दीदार करा
पर दीदार करा
कैकड के मखन ते रखियान लसियां सजना कन
कुट के छूरी दे थाल
खुले वाल साइद मनो केदे नाल
साइद मनो केदे नाल
वस दे घैराविट उकुखोल सरे सांखीवे मेडि हत
कंप सन मेड़ा दिल चुक सी मैं मैंदी ले सांखीवे
महमूद मैं कैदी कुछ जूआ परवाद दिखे
सांखीवे उजड मरान गे उसे गलहे लेखांगी
उजड मरान गे उसे गलहे लेखांगी
अंदरू सडी वतियां साविरे पेखांगी
मेडि ईद हराम हर साल खुले वाल साईद मनो कैदेना
वे हर कोई मैंदी लाई बेठे नवे सूट सिवाई बेठे
फिक सादे मदिरे हर खुले
वाल साईद मनो कैदेना
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