असु जमल जीजावा
असु जमल जीजावा
असु जमल जीजावा
विष्मान्दा
बानी हम गुआरेगो कोई उपकारदा
असोके जाल जीजा तुही समार्दा
देहिन तुहारा ही तरबाते सोटो हैने प्यारदा
असोके जाल जीजा तुही समार्दा
गौल बानी को तु आई हो
तुही बोलाना कह जाई हो
लाजके भेजदी छीले पियाज जी
हद सरपार को दिये जीजायाज जी
गोधी में बैठाके तोनी जादू मंतर मारदा
असोके जाल जीजा तुही समार्दा
असोके जाल जीजा तुही समार्दा
खाई बोआ आयेले आंडा हो तबो न भागोता ठान्धा हो
खाली बजो बुले जोणियाके सिट जी जाई बाई ठेये राजिस रनजीत जी
सुनोय सुरज धोके गारा दाका बारदा
सुनोय जीजा जीजा जाला समार्दा इवाला जाल जीजा तुही समार्दा