जाने या सुखे हुई आज
मन नहीं भावत रही जब रहानी संगवा
अब के करगोलिया में लगा ही पौरंगवा
मन नहीं भावत रही जब रहानी संगवा
अब के करगोलिया में लगा ही पौरंगवा
तबी होने लेके जाए पियावा सोंगे आपन डोलिया ना
तकी करा सोंगे हूँ अखेल अबे जान या सोके हो लिया ना
पहले जब खिसी आई हा रंग लग अला खातिर
धो ना उठाई बातू धेर वती अला खातिर
धो ना उठाई बातू धेर वती अला खातिर
पहले जब खिसियाई हाँ रंगा लगाई लाखातेर भोना वोना उठाई बातू धेर बतियाई लाखातेर
तक कैसे भूल लग ये जान हाई हाँ से ठिठल याना तक करा सौंगे हाँ आखे लबे जान या सुके हुल याना
तक कैसे भूल लग ये जान हाँ सुके हुल याना
भगवा हो गईल फिकायासो होता हमारे अफसोस जानी धारा लोरा बिमलेस एमे न केहु केवा दोस
तरानी कोई से चीहे बीना सुनले अंपुर के बोलियाना
तक करा सौंगे हाँ
खेल लबे जान या सुके हुल याना