बोली बोली बाबा बैजनात ने कीपरसल मानी हो गई नीओ सुना हमाने ब परसल मानी हो गई नीकान खुलके सुनी लो ये राजाजाये बाबा के धामदेखा गई ना हो बीना हमार बाउर लागे मानाजो गिया शिवजी के हमु पूछा बोचा जाना हमारदेखा गई ना हो बीना हमार बाउर लागे मानाजो गिया शिवजी के हमु पूछा बोचा जाना हमादूर देवो घरों सज़नवा, काया हम भू जारेवदूर देवो घरों सज़नवा, काया हम भू जारेवकान खुलके सुनी लो ये राजा, जाये बाबा के दामकान खुलके सुनी लो ये राजा, जाये बाबा के दामसुल्टान गंज जाके हम जालावा हो ठाईतू ना मन बोता रो बिराज के संगवा जाईसुल्टान गंज जाके हम जालावा हो ठाईतू ना मन बोता रो बिराज के संगवा जाईकहे प्रियंका सिउ के चरनवा जल हम धारकहे प्रियंका सिउ के चरनवा जल हम धारकान खुलके सुनी लो ये राजा जाये बाबके धाम