सभका से अधिका दारदा था, असो होली होई
सभका से अधिका दारदा था, असो होली होई
भगवामे सामिल खाली लपोन के टोली होई
भिश्की के रही भाराना, असो होली होई
सभका से अधिका दारदा था,
असो होली होई
मुरो गाया बी
अरके रही ना ही कमी,
सभे खाय भाँग तजोगी राखूबे जमी,
मुरो गाया बी अरके ना रही तमी को कमी,
सभे खाय भाँग तजोगी राखूबे जमी,
बादी जो बादी जे सबकर सारारारा बोली होई,
सभका से अधिका दारदा था, असो होली होई,
इसकी के रही भाडा मा असो होली होई,
जयी हे धाराई जदी भोई आके साली,
चोख पीछु कवी आसे रोङे के दोलाली,
कहे आसू तोस सुभंलाल बी और छोली होई,
सभका से अधिका दारदा था,
असो होली होई,
इसकी के रही भाडा मा असो होली होई,
फगवामे सामिल खाली लप्पुन के टोली होई,
इसकी के रही भाडा मा
असो होली होई,
सभका से अधिका दारदा था,
असो होली होई,