भदी न रस्म इसे गर भापिर देखे असी बादे कस्म
ओ तदी भवा आरे सारे चावा
ओ बेवाफानी कसी बेवाफा असर भुछोड रे
दिले भद नोड रे
वे मनुग निवास हैं अगे आओ जिनाव के मनुग निवास हैं
जियो, जियो, जियो, जियो
हथा चूखडा
बेथ यावस लावले
हथा चूखडा बेथ यावस लावले
हिदा इस गल दाठेर बलाले
कौन पछता दिया
रोदे बस रादिया
बहुत शुगरी आगा है
छोटे बच्चे पे चाओ जाओ
आज गालिए भी तरफ सलाम में महब्बद अभदल कफूर सहब बिसमिल्ला
बाझे दिया खुशिया अल्ला पाग जिनाव नु और वीज़ तेंदे वे अभदल
कफूर सहब एक ख़दार पैदूले दे वालिद मुहमान असकर सहब दितर