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Lời bài hát: Arjun Murdwaj Mahima Katha, Pt. 1

Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650

तो यहन्च वाही निशारदा रदे में आकरवाश करू।ददि अक्षर ठालो सुधारू काज मेरे आन करू।गजानन्द यानन्द करू। और शुक शंपत मैशी।मोर धजमे मा सुनाऊं तो जय हनूमत बलवीर।अरे शिमरू शारद मा यनिवन कर करूरे मनाऊं।नर नारी उपदेश गजानन्द तुझ को जयाऊं।मोर धजमे मा कूँँरे सुनाऊं शकल नर नार।मोर धजरी मैमा सुनियां, मोर धजरी मैमा सुनियां।बाप दूर हो जाय मोर धजरा जारी मैमा।भोषुने सभाचित लाई भगतरी साची मैमा जी।बोल भगत और भगवान की,जैहो।मोर धजरी मैमा, अर्जुन और मोर धज, वो ही सवांध है।उन्शमेरी बात है, कैवे,शिवरु शारद माई निवन कर गरु मनाऊ,नर नारी उपदेश गजा नन तुझ को ध्याऊ।मोर धज मैमा कहूं सुनो शकल नर नार,मोर धजरी मैमा सुनियां, पाप दूर हो जाय मोर धजरा जारी मैमा।वही मोर धज और पद्मावती,पद्मावती आपरे पतिरे साथे सजी हो जावे,और वा दूसरो जनम लेवे।जनम लियो पद्मावती,एक अन्रप के गर मैं आय।मोर धज के साथ मैं ओ गयो फेर विवाय।जनमे मोर धजरा विरतन नगरी मैं आये,करे संतोरी शेवा कुलि रोमान बढावे।सत्वादी माराज मोर धज पर दुक भंजनिया,फूके प्याशे यतित जनों की सुनते सदा पुकार,मोर धजरा जारी मैं माँ।सुने सभाचित लाई बगतरी, साची मैं माँ जी।बगतर भगवान री, अथिने राजा मोर धज जनम लेवे,जनमे मोर धज राई विरतन नगरी मैं आये,करे संतोरी शेवा कुलि रोमान बढावे।माराज कैड़ा, सत्वादी माराज मोर धज वे पर दुक भंजन हार,दुसनोरे दुकने वे दूर करन वाला,मोर धज, अथिने जनम लेवे, राणी पदमा आओती,दुनोरो प्याओं हुझावे, और कहवे,मेरे हुई भगवान री, जनम लियो एक लाल,रतन कंवरनी जनाव है, जारो शुन्दर रूप विशाल,मारे एक लड़कों वे, उन लड़कारों नाव वे, रतन कंवर,रतन शिंग दी है,कहया रजुन, सुने बात बढ़े, किम तोरी बढ़ाई,कहया रजुन, सुने क्रशन भगत नहीं मेरे जैसा,अरदम शिमरूं शाम नहीं कोई मेरे जैसा,मेरे समान नहीं भगत है, जी नहीं ओशी भगमा,मेरे जैसा मिल जावें तो,मेरे जैसा मिल जावें तो,जीना नरक शमान मोर दज़राजारी मेमा,सुने सभाजित लाई भगतरी,साची मेमा जी,बोल भगत वर भगवान की,अतिने अरजुन, भगवान रो भगत वै,वो भगवान ने कहे, प्रभु,कि अरजुन, सुनकरं भगत नहीं मेरे जैसा,हरदं सिफ्रुंत्वां नहीं को है मेरे जैसा,मेरे समाल नही garment नहीं होancia,मेरे जैसा मिल जावें तो, जीना नरक शमान,ज़िए मारे जैसा मुल जावें, तो, मारा जीना नरक शमान,बगवान कैवेरे अरजुन,चाल तुझी को बतलावु,अरे सत्वादी नपराव मोर जज़ से मिलवावु,सत्वादी नपराव मोर जज़ से मिलवावु,देख सत्युशे भगत कारे अरजुन तुझ चक्रा,कैवेरे भगवान कैवेरे अरजुन,ताजुब मैं भार जाये मोर जज़ राजारी मैंमा,सुने शभाचित लाई बगतरी,साची मैंमारे,यरजुन मति अपने मुकशे करे बढ़ाई,बड़े बड़े संत हो गए इस दुनियारे माई,अभी कैवे भगत चाल दुझ को बतलामु,सत्वादी माराज मोर जज़ से मिलवावु,रे देख शत्य उच भगत काई अरजुन तू चेकरा,देता है शत्य वरत दान,मो भाई जो कुई द्वारे जा,मांगे शोया जरे करे,चाहे प्राने चले जा,बोल भगत वर भगवान कि,जैसे प्राने चले जा,बोल भगत वर भगवान कि,ये अरजुन, तू अपने मुणां वहाँ बड़े हिमत कर,मारों मोटो कोई भगत है नहीं, केही महान भगत हुगा अरजुन,चाल तने मरति लोगरम मैंने शत्वादी राजा,मोर्ध जू मिलवाऊं, देख उनो शत काई है, और काई टाइपरो राजा है,आपे दोनोई जोगी बने, और मुनियारो बेश कर,और राजा मोर्ध जुरे द्वारे जावे,आरे अरजुन संग मैं आव तने भगत मिलाऊं रे,अरजुन संग मैं आव तने भगत मिलाऊं रे,अरे अरजुन संग मैं आव तने भगत मिलाऊं रे,परमुणियारो बेश चले प्रभु, फगत चलन के ताईयो,पांदे लंगोतो पकड बन गया, जटा लगाई रे,पांदे लंगोतो पकड बन गया, जटा लगाई रे,सिहा केशरी लिया साथ मैं, संत बन्याय दुराईयो,संगी अरुजुन नहीं संग मैं लेकरी, संगी अरुजुन को लेकर डोडी, वर्यालक जगाई रे,संगी अरुजुन नहीं संग मैं लेकरी, संगी अरुजुन को लेकर डोडी, वर्यालक जगाई रे,संत वचन बोले डोडी वान से, राजा को जाओ बुलाओ रे, संत वचन बोले सिरी मुक से, डोडी वान ने बुलाओ रे,सिरी राजन को संग मैं लाऊँ प्रभु, सिरी राजन को संग मैं लाऊँ माने हरेक बदाई ओ, रे समर्या हरेक बदाई ओ, अरुजुन संग में आव,आव, आव महरा कृषन कनाई, आव, आव महरा कृषन कनाई, थाने भगत मिलाऊँ रे, अरुजुन संग में आव, जी,अगे तोयँ भगवान की, जैहो, अगे दोनों इस संत बनिया है, और मोर्धजर ये द्वारे जावे, और मोर्धजर ने कहे, डोडिवान ने जान, कवें, डोडिवान जान, राजण साहब ने कहे, अरुजुन सुनों राजन मिरी, दो संत याए द्वार,निहें वो लाईके शरीर, प्रेम बचन युचार, राजन जान कवें, हे राजण साहब, दो महात्मा आया है, और सिंग मारे साथ है, हुंसा, और आपने याद करिया है, अभे वे पाछो कवें,अरे कर्म गती बल्वान, शब इश्वर री माया,अरे है भगतों रादास, द्वारी अपने वो आया, दुरलब है संतों रादरशन, जागा मौरापा,गर बैठां किसमती खुली रे, गर बैठां भगवती मिल्यार, किसमत खुल गी आज मोर जज़रा जारी मैं मा, सुने सभाचित लाई भगत री, साची मैं मारे.राजा शाह माराज ने देखे और खुषी होगे, और कहे, है भगतों रादास, द्वार अपने वो आया, की करी है तो वे भगवान रादास है, द्वार अपने वो आया, और दुरलब है संतों रादरशन, जागा मौरापा, गर बैठां भगवती मिल्यार, किसमत खुल गी �अरे पूर्वले संजोग, खुले तकदीर हमारेअरे बैठो याशन बिचाई, आपरा हुकम उठाऊँओ, बैठो याशन बिचाई, आपरा हुकम उठाऊँअरे गंगा जल धन्दी झारी, रो नीरे मंगाऊंअरे गंगा जल धन्दी झारी, रो नीरे मंगाऊंअरे भुजन बनाऊं, प्रेमर से जीजी मौयाप यजूअरे जो वष्ट तुझिरी मुकषे मांगो, जो वष्ट तुझिरी मुकषे मांगोहाजर कर सुन लाई, मोर धज्रा जारी मैंमाँसुन सभाचित लाई भगतरी साची मैंमाँसुन सभाचित लाई भगतरी साची मैंमाँसुन सभाचित लाई, मोर धज्रा जारी मैंमाँहैशियें बड़ा विकराल, वो बोजन नहीं करताप्रानी का भकचा, ये वचन तुझी को सच कहताअरे सात दिन हो गये, सिंग मेरा भूके मरताअरे सात दिन हो गये, सिंग मेरा भूके मरताअरे प्रानी का भकचा, ये वचन तुझी को सच कहताअरे प्रानी रा भकचा, ये वचन तुझी को सच कहतारतनकमरी को चीर दे, मत ना बना बहानाअरे रतनकमरी हाजरी करो भाई, रतनकमरी हाजरी करोफिकर करो शब दूर मोर, धजरा जारी में मासुने चबागी तिलाई भगतरी, साची में माबोल भगतर भगवान कीअब वे कैसी हैं बड़ा विकराल, वो भोजन नहीं करताप्राणी का भगचा, ये वचन तुझी को सच कहतातुमारे थंदी जारी जो नीर मंगावे, विचाओ ना करे, ये मारे कौमरा नहींबस, इने तुम भोजन कराई दे, तो मैं ही भोजन करलाबनिरो राजा, के रतन कमर कोर चीर जब मेरा सिंग दभतानितर तुम नर जाओ राजन, जाओ तेरे द्वारे, दूसरे द्वारे जाओ पराणकटी ओर दो होदा, गनाई भगते लंबी जटारासिरी राजन महाराज काई उदासी चा रही, सुरुज कैसी किरन, आज कैसी कुमला रहीवारा रोणी रखने जावे, और राजा साहबने वारा रोणी कहेअब राजा कहेदो संते आये द्वार, सत्य हरनो चाय जीअरे रतन कंवर को दान मांगे, वेशी हैं धपावन ताइ जीअरे रतन कंवर ने चीर, जब मेरा सिंग धपताअरे रतन कंवर ने मांगे, सिंग धपावन ताइआदा तो मैला धरोरे, आदा दो सिंग ने केआदा सिंग ने खेर दो जी, आदा सिंग ने खेर दोपीर रतन कंवर ने चोले, मोर दजडा जारी मैंमाअरे सुने सभाचित लाई भगतरी, साची मैंमाअबे राणी केवे राजाने?करो चाल संतारी शेवा, करो चाल संतारी शेवाअरे खुल अपनों बच जाई, करो चाल संतारी शेवाखुल अपनों बच जाईखुल अपनों बच जाऊवे राजने, खुल अपनों बच जाऊवे मारा राजनेसत अपनों रह जाई जी, शेवा करो निते संतरी रेअब राणी केवे, राणीने केवे राजा, अरे राणी सत रत माने प्यारो जीसत छोड़िया पत जावे, धरम गट जावे मारो राणी सत रत मानेगट जावे मारो जी, धरम गट जावे मारो राणी सत रत मानेप्यारो जी, प्यारो ये सत छोड़िया पत जावे, धरम गट जावे मारो येसत छोड़िया से राणी, अपनी बात बिगड़ी सब जावेप्रान जाए पर मैं नहीं छोड़ूं अपना प्रने निभावेराणी सत रत माने, फगतோं शेवोशन जोयी जी, शत रतुआने छोड़ो माने लाँगे प्यारो येप्यारो जी, सत छोड़िया पत जावे, धरम गट जावे मारो येअरे गोतमरी शीरी नारी तारली बनिया कृपानी दां, गोतमरी शीरी नारी तारी बन गया अपनी दांअरे भोजन किया सदामा के घर भगत हेत पैचान, जग में अमर नामा जी,सत छोड़िया पत जावे, धरम गट जावे मारो येअरे दुरियो दनरा मेवा चा गया, सागवी दुर घर पायोअरे सत छे ही भगवान बैर भिलनी रा जूता गायाअरे दगरेत प्यारो रे प्यारो ये सत छोड़िया पत जावे, धरम गट जावे मारो येदुल ठगतर भगवान की, अबर राजा साहब केवे राणीने राणी सत वत माने प्यारो ये सत छोड़िया पत जावे, धरम गट जावे मारो येराणी जे उनरी सेवा नहीं करा, तो अपर धरम गट जाला, जालो भिलनी तो, जनना राणी कहवे पाछो, राणी किस भिदी सोच किया, राणी किस भिदी लावा कमर नहीं, और वो मैलारे मांमनमाई हे दूरी नहीं, मैं कहूं किष को जाए, अब वा नाकराणी ने कहवे, कि जा रतन कमर ने लेना, हरी चन्दाने बोल रतन ने लेकर आवेहरी चन्दाने बोल रतन ने लेकर आवे, शंतों का ये बोल रतन को लेकर आवेहिमत राखो राणी मन में लाओ बालक ने पांअरे करली करलो अब छाती ने, इश्वर राखे ते कमोर धज्राजारी में माँ, अरे श्णे शबादित लाई भगतरी साची में माँबोल भगत और भगवाने की जैहो

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