आदम के सत्वाया आदम के सत्वायाजही ऐसे जाई ते चाड़ हाला बादजही ऐसे गड़मी बाद हाला बादजही ऐसे गड़मी बाद हाला बादआदम के सत्वाया छपर के पौनीबीचा के ख़दिहानि में मन भाडिशानीबीचा के ख़दिहानि में मन भाडिशानीबीचा के ख़दिहानीबादु आया चारी चारी चारी चारी चारी चारी चारीहावा बहे गड़म गड़म रहता है नरम नरम जदी मज़ा नहीं आई तो हासुआ न धरातू हुँ सुफ़ता तो पिली न पानीआजाद के सतु आया था पड़ा के पानी बीठा के खड़ी हानी में मन भौर सानीआजाद के सतु आया था पड़ा के पानी बीठा के पानी बीठा के खड़ी हानी में मन भौर सानीजे तने कर बताओं दी वो तने खुशा होई नाही दोमी जाजे हामार खुशा होईखटानी बापाजी यादवाले पजूरीवाले पजूरी