Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650
जब भागी रत आवान कियो तब ब्रह्मा विश्णू तब शरण बताएं
सुनके पुकार गरीब भागी रत की दर्श दियो शिव धर्ती पे आयें
बोल गयी शिव अपनी जटा आरे मा गंगाली की तुम शीस भसाएं
अपने बत जणों पे भोले
इत फल में सब काच बनाएं
सागर मन्थन होई राथ तब विश्ण हलाल बार आएं
देव असुर घबराएं रहे कोई विश्ण हलाल धार न पाएं
विश्ण हलाल कंक लिया आरे मिल कंक तुम नाम धराएं
अपने बत जणों के भोले जी चिंपल में सब काच बनाएं
चिंपल में सब काच बनाएं
जब भसमासुर ने तप किया तुम हूए प्रसन और दर्श दिखाएं
तुम भसमासुर को वर्दान दियो सिर आत धरो भसम वो तो हो जाएं
जीचे बागा भसमासुर शिरीत बिठ दे आएं और प्राण भचाएं
अपने बत जणों के भोले जी चिंपल में सब काच बनाएं
चिंपल में सब काच बनाएं
रावन तपधन घोर कियो और दस शीश काट चर्णों में चड़ाएं
सोने की लंका दे दी निरावन को दस के दस तुम शीश लोटाएं
चंद्र हास तले बारी दैई तुम नावण को शक्तिवान बनाएं
अपने बत जणों के भोले जी इक बल में सब काच बनाएं
इक बल में सब काच बनाएं
जल से होते प्रसन प्रभु तुम भक्तों पे धन धान लोटाएं
आप रहें रिग चाल लपेट और भक्तों की जोपडी महल बनाएं
भूद दाई गृची कंबादें तिलक से पल में प्रभु तो प्रसन होताएं
भक्त
जनों के भोलें
इक बल में सब काच बनाएं