आँसो भीकर दर्द पिछाऊँ, प्रीत के रेज निभाऊँ रे।
पीर मेरे प्रीतम में भी है, वारी वारी जाऊँ रे।
वारी वारी जाऊँ रे।
मन का परदार दूर किया फिर, भूनट की उसर जाऊँ रे।
मन का परदार दूर किया फिर, भूनट की उसर जाऊँ रे।
भूनट की उसर जाऊँ रे।
किसके लाज शरम है किसके, इस नैन छिपाऊँ रे।
इस नैन छिपाऊँ रे।
जुईया की विरहन सब रोई, मैं विरहन मुझचपाऊँ रे।
मैं विरहन मुझचपाऊँ रे।
जिन खोटों में नाम सजल का,
उनको क्यों बुरुझावू रे
आदो भीकर दर्द सिपावू
प्रेश की रेश मिठावू रे
प्रेश की रेश मिठावू रे
मैं गिर्धर की त्रेज लिवानी
पगपग ठोकर खाऊँ रे
खोपर खाऊँ गिरते जाऊँ
फिर भी चलते जाऊँ रे
आदो भीकर दर्द सिपावू रे
आदो भीकर दर्द सिपावू रे
प्रेश की रेश मिठावू रे