जिहां मारे रहा उहां मारे ना भाई
दो सरे के बहीया में ओकर साम गुझर गई
जिहां मारे रहा उहां मारे ना भाई
दो सरे के बहीया में ओकर साम गुझर गई
अपने ही छेहरा के देखा
अखियन में कैसे नुबारे सुबारे ने रात भीगता नी
एक उपल नहीं कहटे समय या इन्यू करा के हमारे हो
हो के बेचैन तरस जाला नैना एक लबा बेकरार हो
गहरा देलस जखों सोची आज लेसी खतानी
अखियन में कैसे नुबारे सुबारे ने रात भीगता नी
जिन्दाला सुभाइल बाट देहिया जागत होला बिहान हो
जागत होला बिहान हो
पागल बनके रुवेरो जो संजित दुनिया लागे बिरान हो
खुस बाड़ो सथम किसके पाड़ो
हम जियते मरतानी
अखियन में कैसे नुबारे सुबारे ने रात भीगता नी