चाड़ हल हा कई होली ये जान के होना ही बोली
तोरे चलते चाल जातो जानया सब बोली
चाड़ हल हा कई होली ये जान के होना ही बोली
खदि तोरे
साने जाना वा खोजो हूँ
चडहला पलंावा खोजो हूँ, आलां वा रांगावा खोजो हूँ
होली में देखाव ना तूँ गोरगोर बदनी आगे
बड़नी के लागे तोहार
चड़ली ज़वनी आगे
देहिया तोहर मारा ये दाके
सान्हावा खोजो हम्
चड़ला पलंगावा खोजो हम्
चड़ला पलंगावा खोजो हम्
रॉंगी के चंदन करतां अन्गी अन्गी लागे
कि चड़ेला पलांगामा खोजो हो
अलांगामा रांगामा खोजो हो