एहाला पिकलो रेल्स
घारावा में जगळ के जडबारे मुहे
दिनो राखला गल्रोहतारे मुहे
दिनो राखला
गल्रोहतारे मुहे
आपन में हरी आवा छाइत तो बोपता वस नया नया लाईकी
एह हमाजी भिगरल राउर बेटा बाभारे सुधारत काहे नई
एह सासुमा भिगरल राउर बहुआपारे सुधारत काहे नई
पिया हमारे कहू पोहो न कोडेले
बिना मौत लबके हमसे लडले जगारेले
सुने कही उनके छलते
गौलत राहे भूल जाये
खिस पीत में फो सारी या बहुः भूल जाये
मुहाबा उनकर बहुः कल्बा गोडी आवेला वस लोगे बोईकी
आपको प्राज़ा प्राज़ा प्राज़ा
यह अमाजी भी गौल लडा उर बेटा बाडे सुधारत का है नाइथी
यह सासुमा भी गौल डा उर बहुः बाडे सुधारत का है नाइथी