भामूशी तेरी बेरसबब तो नहीं है
खामूशी तेरी बेरसबब तो नहीं है
अखियों की लाली सुरख से डोरे
सुना तो रही है बता तो रही है
अखियों की लाली सुरख से डोरे
सुना तो रही है बता तो रही है
तो रही है
बेताप धड़कन बेवजा फेरे
जुकी सी निगाहें उत्रा सा चेहरा
उलजी हैं जुलफें सरेशाम तेरी
जुकी सी निगाहें उत्रा सा चेहरा
उलजी हैं जुलफें सरेशाम तेरी
सदका है तेरा जो मैंने उतारा
इनामें मुहबत जो मुझे को मिला है
खामोश आखें मगर बोलती है
खुद से उलजी है
ये ही सोचती है
मेरी मुहबत का अंजाम क्या है
दर्दे मुहबत का आराम क्या है
मना भी लूँगा गले भी लगा लूँ
बस इतना बता दे खफा है क्यूं
खामोशी तेरी में सबब तो नहीं है
खामोशी तेरी में सबब तो नहीं है
रतियों का जगना और बेवजायों हसना
खीयों का पानी है यादे तेरी
दिल में बसायां
आराम क्या है प्यार जब से
उदासी मेरी का सबब तो यही है
मना भी लूँगा गले भी लगा लूँ
बस इतना बता दे खफा है क्यूं
अखियों की लाली
सुर्ख से ढोरे
सुना तो रही है बता तो रही है
अखियों की लाली
सुर्ख से ढोरे
सुना तो रही है बता तो रही है