कुरी हुंदी एकियां दी बाहर बे
साथे वाले आँखी ना करी
साथी गहली जी पे शाक्मी केड़ा बाहर बे
साथे वाले आँखी ना करी
तू की जाने है बिलो लेखियां दी साहार में
बेखे बिना रहनी सकेदा
की का रह करे तंग तेरा म्यार में
बेखे बिना रहनी सकेदा
बेखे बिना रहनी सकेदा
केड़ जाये ना महाबता दी हार बे
साथे वाले आँखी ना करी
साथी गहली जी पे शाक्मी केड़ा बाहर बे
साथे वाले आँखी ना करी
जदों दी लड़ी आई आँखे लागेदा ना देलेनी
ओ बेड़ा केड़ा जदों लीए आपा मेड़ेनी
थैनू बतह जतें किनना बेकलार मैं बेखे बिना रहनी सकेदा
की जय रह करें तंग तेरा प्यार मैं बेखे बिना रहनी सकेदा
वे तो मेरे आसाहांदा हाकी दार वे साथ वाले आँखे ना करी
साथ गले चे पेशा के केड़ा मार वे साथ वाले आँखे ना करी
उची लम हुआ सोनी ते सनखी तुर छाननी टेला मेरा मढा छना।।। भाव दाय हाणनी
उची लम हुआ सोनी ते सनखी तुर छाननी टेला मेरा मढा छना।। भाव दाय हाणनी
इते भुले जीना शते दा पियार मैं बेखे बिना रहनी संगेदा।
की क्या नह कर तंग तेरा प्यार मैं बेखे बिना रहनी संगेदा।
साति गहलेचे पेशाक्ति गेड़ा माँहर वे साते वाले या किना करी ।
की क्या नह कर तंग तेरा प्यार मैं बेखे बिना रहनी संगेदा।
साति गहलेचे पेशाक्ति गेड़ा माँहर वे साते वाले या किना करी ।
की क्या नह कर तंग तेरा प्यार मैं बेखे बिना रहनी संगेदा।