बाबु हो बहुंबे साहदिया में जाके
कैता ना लगवन के अइनी मुँआके
राहे के जिन्दा जे चाहत बाड़ा
राखा तु हमारा से दुरी बनाके
बाबु हो बहुंबे साहदिया में जाके
कैता ना लगवन के अइनी मुँँआके
राहे के जिन्दा जे चाहत बाड़ा
राखा तु हमारा से दूढ़ी बनके
होई जवनी हाई जा हर ये बाबू
होई जाई खड़ाबी, खड़ाबी
अखिया तो हर सराबी, सराबी
देखी के बाड़ाओं मेटा भी मेटा भी
अखिया तो हर सराबी, सराबी
देखी के बाड़ाओं मेटा भी मेटा भी
देखी के बढ़ाओ ने ताभी वे ताभी
हाथ बस के रहा आरे ना हो
आखिया तो हाई उला
बुझा ना कनिया हो आई ना गिनिया हो
घटी लजे करा के मांगे ना पनिया हो
दस दस
गोरी हो हम हो जापे रहा है
लैकिन के दिल के लोपे रहा है
कादिल बतिर थे नजरिया ये बागु
जुल्मी बाकलिया गुलाबी गुलाबी
अखिया तो हर सराबी सराबी
देखी के बढ़ाओ ने ताभी वे ताभी
अखिया तो हर सराबी सराबी
आखिया तो हर सराभी सराभी देखी के बाढ़ाओ में ताभी में ताभी
आखिया तो हर सराभी काहे सा तावेला कमर दा बावेला दिपक सा हानी तो बोला का पावेला बोला प्यार प्यार प्यार
तोहरे पे दिला वाई आईल बाहो देखी के मन पौली
जोल्डी संदी पराखा काबु ये बाबू जारा ना हम पे ना भाबे ना बाबे
आखिया तो हर सराभी सराभी देखी के बाढ़ाओ में ताभी में ताभी
आखिया तो हर सराभी सराभी देखी के बाढ़ाओ में ताभी में ताभी
आखिया हामर सारा भी सारा भी देखी के बाढ़ल बेता भी बेता भी