बिद्दे के नाराय अब लगार के बाते
जय या खिले बिद्दे के नाराय अब लगार के बाते
अपकी भईया या खिले ते जितावे के बाते
नेताजी के लाल आईहंजी है रोजगार हो
सैक्खिल वाली बाटा ना दबावे के बाते
अपकी भईया या खिले
ते जितावे के बाते
तब बहिन के दिखले कन्या धन हो गरी परिवार हो जाएं खुछ मन हो
जाएं खुछ मन हो
तब बहिन के दिखले कन्या धन हो गरी परिवार हो जाएं खुछ मन हो
शत्वाइस में जण्डा फोह दावे के बाते अपकी भईया या खिले
ते जितावे के बाते अपकी भईया या खिले