अजीबतों जे अखिन मेरा धी आदशत।
अलगुल चान्ड्या,
आस्तार जो मौगेरन सांगट गुमे प्यो।
आस्तार रोई पन्य मोबध चमल गवा, मुझा मोगो साई।
तोरी अक्ख पत ए असांबिरणिया सज़न नती।
रोई चाचमल गवा,
अक्ख पत चर्यो नती तू। नाहिन सर्जन ही पैजा,
दुश्मन वाहिन बिनीजा।
नाहिन सर्जन ही पैजा, दुश्मन वाहिन बिनीजा।
नाहिन सर्जन ही पैजा, दुश्मन वाहिन बिनीजा।
मोहते वदा हु बाकुरा, पाई तयार वाहिन,
परपुत कदाबिनीजी, गिला पचार वाहिन।
मोहते वदा हु बाकुरा, पाई तयार वाहिन,
परपुत कदाबिनीजी, गिला पचार वाहिन।
कुझ सोच यार जानी,
बड़ा राजत ये ननेजा,
दुश्मन वाहिन बिनीजा।
अक्खुपत चर्यो नती तू,
नाहिन सर्जन ही पहेजा,
दुश्मन वाहिन बिनीजा।
अक्खुपत चर्यो नती तू,
नाहिन सर्जन ही पहेजा,
दुश्मन वाहिन बिनीजा।
नो जाही यर जवाजू,
मन तू खुदाजे नाले,
घर वे हु यार पहजे, बेन जे नती हवाले।
नो जाही यर जवाजू,
मन तू खुदाजे नाले,
घर वे हु यार पहजे,
बेन जे नती हवाले।
दिहारात कम जडात्थी,
दिहारात कम जडात्थी,
दिल बरसदाई तनेजा,
दुश्मन वाहिन बिनीजा।
अक्पट चर्यो नती तू, नाहिन सज्जन ही पेजा,
दुश्मन वाहिन बिनीजा।
अक्पट चर्यो नती तू,
नाहिन सज्जन ही पेजा,
दुश्मन वाहिन बिनीजा।
दुश्तो, इन कलाम शायरा कुलासन खास केली,
नालेवार मिस्राम रिशी चात गोचे,
तो सानो मोजी दिलिवा तड़ही बधातो बाहूं,
बिन के न कुलासनाचो,
दिलि बरचमातो बाहूं।
दाधा भलाद सनामे,
मन जाव कै मेरा दुश्मन वाहिन बिनीजा।
अक्खुपट चयो नती तू, नाहिन सज्यन ही पैजा।
दुश्मन वाहिन बिनीजा।
अक्खुपट चयो नती तू, नाहिन सज्यन ही पैजा।
दुश्मन वाहिन बिनीजा।
अल्लाव।