प्रजनवी बन्क तू
जुदा हो गए
मैं तो यूँ पेरी याद करके रोते रहे
प्रजनवी बन्क तू
जुदा हो गए
मैं तो यूँ पेरी याद करके रोते रहे
सिंदेगी ऐसी मूर पे आके रुखी है
मैं तो यूँ पेरी याद करके रोते रहे
प्रजनवी बन्क तू
मैं तो यूँ पेरी याद करके रोते रोते रुखी है
सिंदेगी के हर एक रंग
मैं तो यूँ पेरी याद करके रोते रोते रोते है
तेरी याद करके कटता है दिन राज
उड़ गए संदगी की हर एक राज
अब तो तेरी याद करके कटता है दिन राज
बिखिरा बिखिरा रहना है हमारी दासता
कैसे लोटेगा ब्रड़ा सफनों का बोरासता
बिखिरा बिखिरा रहना है हमारी दासता
कैसे लोटेगा ब्रड़ा सफनों का बोरासता
वचनवी वंकड़ा
तू जुदा हो गए मैं तो यूँ तेरी याद करके रोते रहे
दिन्देगी ऐसी मूर पे आके रुकी है मैं तो यूँ तेरी याद करके रोते रहे
करते हैं