सबके लिए पानाके बने रावाज परतक्यों
तो कहे बादा नाम बटे आहीरे समाज
पेजाद
थाँसबके लिए पानाके बने रावाज
तो कहे बादा नाम बटे आहीरे समाज
हर दीकतवा,
हर दीकतवा, हर दीकतवा
खुछ जती एक आहीरे से दीकतवा
ताबो सामन्द कारे बेना हर दीकतवा,
खुछ जती एक आहीरे से दीकतवा,
ताबो सामन्द कारे बेना हर दीकतवा,
सच्छवर्ण
सभिलादू जीके कोईल भोईल माती हो,
के कराके भाई सीना बासे साती हो,
जोई संजिकोरी कोरम कमोई, वरे साना उकरा आगि होई,
हर दीकतवा, हर दीकतवा,
धारु दुधव से महाना दीकतवा,
ताबो आहीरे से सामन्द कारे बेना हर दीकतवा,
कुछ शत्विये के आहीरे से दीकतवा,
ताबो सामन्द कारे बेना हर दीकतवा,
दीकतवा,
धाका कमालेस बतिया,
पहाँ तारे साहीरे,
के करो दुखमे खाणा होले पहिले आहीरे,
पीछे पीछे साभे बतिया ता बुराई,
के करा पयाब भुभरोसा को इन जाई,
धारु दुधव
से महाना दीकतवा,
ताबो सामन्द कारे बेना हर दीकतवा,
पुछे जाती एके नावीरे से दीकतवा,
ताबो सामन्द कारे बेना हर दीकतवा,
पात तो संजादा बाद,