आई पहिरे कलाल, आई पहिरे कलाल मारे द्वारा पबानेके
अरे नांबा मजन आके जीला जवार में
ठोक दिहनी उज छपी पेपरा खाबार में
अरे खलका भी लेली.. कहा डि
नांबा मजन आके जीला जवार में
ठोक दिहनि उज छपी पेपरा खाबार में
अरे आसे खिछो ना दूपाटा सानसे
अरे सूनझो विन पोहथानि बात सुनु खानि से
जोवन पोहथानि बात सुनु खानि सے
अइं पहिरे कलाल मार दूराप बानके
अइं पहिरे कलाल मार दूराप बानके
बेल लक जिले साईल बाए बापु
बढभध बोलू ना बूछो ना च्यापु
अरे बुझा जाई
बोला बाप रपनय कीर रै दिव शना
वेकि आबि पोरी फिर से जना
छल जाई बाप, बभुआ जान से
जवन कहतानी बात थूनू कानिसे
आइं ऐं रेक लाल मार दूराप बाऽनके
आइं ऐं रेक लाल मार दूराप बाऽनके
जयादा मत बुला
आइं ऐं रेक लाल मार दूराप बाऽनके
हावे बदमास बात कहस बाहे बापू
अभी नन्द प्रियान सुझन होखावे कापू
कोहे ले पिउस टेमीक बल दिवाना
आइं ऐं राना से डोरी सुवाना
खाले जीत लाए बापू अपमान से
जवन कोहतानी बात सुनू कानिसे
आइं ऐं रेक लाल मार दूराप बाऽनके
जादा मत बला