सवत पताता
ए बाभू,
का भुझला?
दिदाये जान हमारा के अपन दिलावा के
हा बाभू, बाले जनवा हमार जिलावा के
कपन हो जबन महुल गबरावता
सुना
लेले हम जान तोहर कूसोना बोली,
पैकेट में लेके घूमी सिक्सर गोली
जानी जाइवे जनवा के महाल रे,
पैसा सेही हाँगी दोरा के तौल रे
काहे लाया अपनु छेहरे देखावता,
हाई गुलेके आज बतावता,
अही रानम जनवा यादमाता
हाई गुलेके आज बतावता, अही रानम जनवा यादमाता
जबने आई हमर हाथे से मारी,
रहे महाल राहूल के हाल घारू
असको आसीको माँई जबतीया,
नाही तो अर्जेटी जद दीच्छोदिया
आरीयोन ने रोहितको हमे धमाकावता,
हाईगुलेके आज बतावता,
अहि राणंम जनवा यादमाता हाँफ्यी बहूड धरभी 상태
वर्नवर्सित की दुओवमों किल्वूड की धरभी मंदिर पर,
अही चुरीण कान बच्चीटमंमन्यम् Ni exploitation teaching-teaching
हयी गुलीके आच पताओता, भी रानम जोनु आयाओता