जवन पन हले बरेसा रहा
अहिरान के थरे सरहा
ना हिरू करे रखाला हो
गोरी सापका सरे सरहा
डेखा लागल सी गने चरहा
अहिरान के थरे सरहा
जवन पन हले बरेसा रहा अहिरान के थरे सरहा
अमर बेरादरी के पहाँवर बबेसी खाटी दे हाथी मरोन होल देसी
राख दिहे बहियां के भूसा बना के जो इत भसोना हो रह भूलू काके
अहिरान के थरे सरहा
अभी डिकोर हाप थोड़ा पढ़ालो जोनी जमानी के खातरा में डालो
परमधी रभी के हनाता पुराना जोई बुधाराई जे कवणो बाहाना
जो ताई अच्छा से हो जाएगा आपका