कालिका स्टूडियो
लेके भुमेलु रेंजरो भर हो हम कवणा के तूलो भर हो हेमा मले ख़वरो ताड़ राज हो राज हो
अरे एह देह के मालिक जद कुल के होबे जीला के होबे राँ पाज हो
आई हाई एह देह के मालिक
जद खुल के होंगे जिला के होंगे रामां बाज़ेवा
हर जुड़ा बंखवा देखते होंगे माली
फसल बाड़ू निमने मरत से
एहिसे देखाबे नुतेवा
अरे चानी चलानी ना भुझिए
हवे उसो नो क्याजेवा
पर फसल बाड़ू निमने मरत से
एहिसे देखाबे नुतेवा
अरे चानी चलानी ना भुझिए
हवे उसो नो क्याजेवा
बद्डरागों काटे तोहरो अन्गा जो हो
अरे एहो देहो के मालिक जद पुल के होवे जीला के होवे रंगां पाज़व
आई हाई एहो देहो के मालिक जद पुल के होवे जीला के होवे रंगां पाज़व
आई हाई एहो देहो के मालिक जद पुल के होवे जीला के होवे रंगां पाज़व
बारे में जानी जद वंस के मौरद हो ले खंदाने
आरे जूकस न के हो के साथ
आरे जूकस न के हो के साथ
सुनिं तुन तुन छोले बढ़े आज हो आरे आज हो
आरे एहो देहो के होवे जीला के होवे जीला पाज़व
जद कुल के होबे जिला के होबे राँ बाज हो
एऊ देव के मालिक जद कुल के होबे जिला के होबे राँ बाज हो