बाग के लभार हो
अरे बन जाया
बाग के लभार हो
बारेलू नहीं हमार प्यार के कदार हो
बन जाया गुरी यह बाग के लभार हो
हाई पन्ता के दूद के हम धारी
कस के भराब जब हम याकावारी भाग तोहराज सुन
जाग जाई प्यारी हाय हिरान दूधाबा के बयापारी
हाई यही
हागुमान में चली हाँ तुसान में
हाई हिर के बन जाए हाई रानी लेके तु कैस
हो बारी हाई आईश हो हाई रही शिक्खान दानी
अरे दूध के कमाई बहच तना उड़ाये बहुडाला हो जब
बाद्धी का मच्ची आला हो मच्च जाला ये गुरी भावकाल हो
अरे दूध दूएशी खानी वो चला खाटा हूँ ने
चला हराल में हमरे खाटाल में तो के की आईव पनीर हो
करो बिश्वास हो डूटी नयास हो बदली तो हारे तकदीर हो
कौनो गुन्डा नयागे आई हो तो पे बाते अहिर के परच्छाई हो
बाते लेता विधायक से आरी को होता सुचनाई को देख जारी
नगीदा नगीदा वाके बैपारी