मौन लुझी बिदिया
ओहे लागी रे
सेर जप दाहाड के भेख दे बुखार के
सीरा वासे गोड तके रोखदे हम बहार के
सेर जप दाहाड के भेख दे बुखार के
सीरा वासे गोड तके रोखदे हम बहार के
हो जाईगा तोर मने टोरे लागी रे
अरे बाबू सदान हो जो
चहिया यही रान को लो लड़े लगी रे तो बोल बुदी भी दिया बढ़े लगी रे
चहिया यही रान को लो लड़े लगी रे
नाही बाते मुरपसांद कोई खड़े लगी रे
शहिया
यही रात को लोड़े लागी रे तो बाले बुदी बीदिया बढ़े लागी रे
बाले बुदी बीदिया बढ़े लागी रे
बाले बुदी बीदिया बढ़े लागी रे
बाले बुदी बीदिया बढ़े लागी रे
मिलखे यंदा जातूरे हमार बहा चाने के
बाले बुदी बीदिया बढ़े लागी रे
पी जाई पून साला चलनी में च्छान के
नहीं खे यंदा जातू रहा हम बाहा चान के
बारे तासे नहीं होई मारे फड़े ला गीरे
पड़े ला गीरे
जहिया यो हिरान तून मारे ला गीरे
ता बोल मुदी दी दीया बोड़े ला गीरे
बाले बाले बोधी बीदिया बढ़े लागी रे