अगर कोई अपना भला चाहता है
उसे चाहें जिसको खुदा चाहता है
दुरू दुन पे भेजो, सालाम उन पे भेजो
यही मुमीनों से खुदा चाहता है
अगर कोई अपना भला चाहता है
उसे चाहें जिसको खुदा चाहता है
खुदा की रिजा मुस्तफा चाहते है
खुदा मुस्तफा की रिजा चाहता है
फकीरों के मलजा यह मंगता तुमारा
मदीने में थोड़ी सिजा चाहता है
अगर कोई अपना भला चाहता है
उसे चाहें जिसको खुदा चाहता है
बनाले मुझे अपना मेमान आका
यहर एक शाहो गदा चाहता है
अगर कोई अपना भला चाहता है
उसे चाहें जिसको खुदा चाहता है
करें कुर्ब हासिल हभीबे खुदा का
जो इनसान कुर्बे खुदा चाहता है
सनाखा बनाया सनागा बनाया
सगीद उनसे तु और क्या चाहता है
अगर कोई अपना भला चाहता है
उसे चाहें जिसको खुदा चाहता है