अगर कम्लिवाले की रह्मत न होती
तो किस्मत के मारों का क्या हाल होता
रसूले खुदा का सहारा न मिलता
तो हम बे सहारों का क्या हाल होता
अगर कम्लिवाले की रह्मत न होती
तो किस्मत के मारों का क्या हाल होता
वो आका मौला वो दाता हमारे
खुदाई की प्यारे खुदा के दुलारे
वो आका मौला वो दाता हमारे
खुदाई की प्यारे खुदा के दुलारे
मुहम्मद जो दुखियों के हामी न होते
तो हम बे परारों का क्या हाल होता
अगर कमली वाले की रह्मत न होती
तो किस्मत के मारों का क्या हाल होता
न ये पूल खिलते न कलिया महकती
न गुलजार हसते न कलिया महकती
न ये पूल खिलते न कलिया महकती
न गुलजार हसते न कलिया महकती
नभी के पसीने की खुश्बू न मिलती
तो दिलकश बहारों का क्या हाल होता
अगर कमली वाले की रह्मत न होती
तो किसमत के मारों का क्या हाल होता
मुहम्मद का जल्वा है चलिवा खुदा का
मुहम्मद का पर्दा है पर्दा खुदा का
मुहम्मद का जल्वा है चलिवा खुदा का
मुहम्मद का पर्दा है पर्दा खुदा का
अगर आप आ जाते पर्दे से बाहर
तो फिर चांद तारों का क्या हाल होता
तो हम बे सहारों का क्या हाल होता