आगा मिशनी बारे, आशवे बंधों देशे फिरे
बंधोरो लाखिलिया, आमी पथो चाई, कतो दिन जे बंधोरे साथे दर्खा नाई
गटो पुझारी छुटी शेशे, शेजी गछे फिरे निषे, आबर पुझा एशे गालो भावे काल
कतो दिन जे बंधोरे साथे दर्खा नाई
पुकुर भरा बाजेशे गुला भरा धान, दुधेर गाई गुला भरा नाई तो गुलु धान
शाशुरी शाशुर अखे अखे ना नद जा, भराई संशारे तो भुवोन भरे ना
धिन्दे शेते क्याकरी करे, बारी आशे बाछोर परे, जाने नाशे की दुखे जे बिन काताई
अतो दिन जे गुन्धु साथे देफाना
परे नारी होई के आदी हाई ना शारीर भार, हामेर भाप में के की हाई बोले अलंकार
हाईरे आबोछ पुरो शामार बोझे ना तो मन, से दिन जे हाईरे बिखल जिवन जुबन
पाये धोरे करबो माना विदिशिते आरजेयो ना, इबार योधि आमी तारे काछे पाई, कतो दिन जे गुन्धुर साथे देफानाई