शाम की हवाओं उनसे सलाम कहना
ऐ शाम की हवाओं उनसे सलाम कहना
इतना पयाम कहना उनसे सलाम कहना
ऐ शाम की हवाओं
इतना पयाम कहना
ऐ शाम की हवाओं
मिलते जो आप दिन की हमदास का सुनाते
कहचाओं
एक हसरत इस दिल में रह गई है
तुमसे लिपट के रोते रोकर तुम्हें रुनाते
है शाम की हवाओ
इस दिल तड़पने वाले
दिल का परार होगा
एक रोज देख लेगा
दुनिया में हम नहोंगे
तुमको मेरी वहाँ का
सब एत्मार होगा
है शाम की हवाओ
एक रोज देख लेगा
एक रोज देख लेगा
इस कई दूर का आय बे başमान था
हाई एक राथ, एक था अंत टुरण का मुझी
अब शाम को पिना एक तारा दिल मिलाए
हम थे कभी तुम्हारे हमको भी याद करना
ऐ शाम की हवाओ उनसे सलाम कहना
कितना पयाब कहना उनसे सलाम कहना
ऐ शाम की हवाओ