जन तो रहा मरकीरिया हाँ
मरकीरिया हाँ
लागा हो को तो रहा रदियां
उठा हो कोई दिल में दरदियां
ै जन तो रहा मरकीरिया थो सरा सलग या सदी अगे जन
खहीने तू जुठे किरिया जान रहा वो तोरे विरिया
मज़ी किरिया
दो सरास न करिः हो सधी आगे जान
तो रहा मजी किरिया दो सरास न करिः हो सधी आगे जान
छोड़ा ही के हालो जब गए दिल में
बासाईन कहें गे
रामान राज के मुल के होई मीतु आभुद सर के
होई मीतु आभुद सर के
जान तो रहा मर किरिया
दो सरास न करिः होई मीतु आभुद सर के
मान में लागा किसेनु रावाई जाए मीतु हूँ ससुरारी का
जान तो रहा मर किरिया दो सरास न करिः होई सधी आगे
जान