अरे दुनिया है दिमाँ मनी नां शराबी
शराबी
इसके कारा
मैं दुनिया तबाब।
तेरे चाजाराबां मकाँचे के लाजाँ
दिले महलत का शराबी जाजाँ
दमिका शांचरता पयंचम गुलाभी
इसके कारा मैं दुनिया तबाब।
दुनिया है दिमाँ मनी नां
शराबी शराबी शराबी
इसके कारा मैं दुनिया तबाब।
दुनिया है दिमाँ
मनी नां शराबी शराबी
इसके कारा मैं दुनिया तबाब।
महलत का शराबी जाजाँ दमिका शराबां काँचे
जाजाँ दमिका शराबी जाजाँ दमिका शराबां काँचे जाजाँ
दमिका शराबां काँचे जाजाँ दमिका शराबां काँचे जाजाँ दमिका
शराबां काँचे जाजाँ दमिका शराबां काँचे जाजाँ दमिक
जब
वाले अपने चारे लेके बारा धर्चोडा ना जाएगे
सोपे गाइब मन आवशाव
सोबे गाए पन जाब करना
सोबे गाये पदमााव ऊपान्याल।
तो पेगा तो मन आवशाँ वशाराच तूर्वन्दर्याद
वशाँ इपरवाद ये पुर्ममदिन नवादी
सुक्काराहं में दुनिया तबावी
शराध नदवा भोसदानें शराध चानें तरे छोड़ा धाव तक्रप नदवा
सुक्के काराहं में दुनिया तबावी
वाद वाद
नाथवाला अरे तोरी मग्राज
दीडा जानी कहा अधुन रखा
जब वाद वाद नाथवाला अरे तोरी मग्राज दीडा जानी कहा अधुन रखा
नदी पाक रजान जंगने वावी इस उसके काराहां तो दुनिया तबावी
इस दुनिया है देमानी नाथवाला शरादी
इस उसके काराहां मैं दुनिया तबावी