कभी तेरी आदे कम पड़े
नजाने क्यूं
जो मुझसे हुआ है दूर तू
मैं तो हुई हूँ अधूरी
जानू है मेरे करीब तू
आधा से लगू मैं पूरी
ओयारा बताना क्या करूँ
कभी तेरी आदे कम पड़े
नजाने क्यूं
जो मुझसे हुआ है दूर तू
मैं तो हुई हूँ अधूरी
जानू है मेरे करीब तू
पूरी क्या करूँ ओ यारा बताना क्या करूँ
कभी तेरी आदे कम पड़े कभी तेरी बाते कम पड़े
नजाने क्यूँ
नजाने क्यूँ
जो मुझसे हुआ है दूर तू
मैं तो हूई हूँ अधूरी जानू है मेरे करीब तू
तू पूरी क्या करूँ ओ यारा बताना क्या करूँ