यूथली में आदों रहा हूं
यह नं बस तली जाना...
वर,
वैलोसisan चेरिए की दशनो
uniformly...
इस मोरा यरुन,
इस मारे मुझे भज़ मकना ...
वर...
....दर्शन सीऔ...
तुझे जान से बढ़के तू समझे ये नादानी
प्यार में कर बैठा हूँ
मैं तो खुद से बेमानी
ये ना सोच के लुट जाएंगे गुट गुट के मर जाएंगे
कल सुणले मेरी बेवफाई
बुरा हूँ मैं ये ना सोच तु
बेवजासा हूँ मैं ये ना सोच तु
तु ये नो जाने दिल किसी बहाने क्यूं रुलाएगा तु दिल दुखाएगा तु
ये नख्रा कैसा आखर गुरूर कैसा मैं जानताओं वकाद तो दिखाएगा तु
पर तेरे बिन मेरी शामे और राते सुनी
बहती मेरी ये आखें तुझसे क्या कहती
अधूरा हूँ मैं ये ना सोच तु
बेवजासा हूँ मैं ये ना सोच तु
अधूरा हूँ मैं
ये ना सोच तु बेवजासा हूँ मैं
ये ना सोच
तु
पेरे
बेवजासा हूँ मैं
अधूरा हूं मैं ये नी सोच तु पेरे
बेवजासा हूँ मैं ये ना सोच कि तु बेवजासा
आदूरा हूँ मैं