आको सो बिसर बोल रहे है।
आको सो बिसर बोल रहे है।
आको सो बिसर बोल रहे है।
तो शाया दिल कभी खागों में मिले है।
अब के हम बिच्छेडे।
तो शाया दिल कभी खागों में मिले है।
अब के हम बिच्छेडे।
तो शायद कभी खाबों मिले है जिस तरह सूखे हुने
फूल कितारों में मिले है अब के अम बिच्चेणे
तो शायद कभी खाबों मिले है
अब के अम बिच्चेणे
तो शायद कभी खाबों मिले है
जिस तरह सूखे हुने
जिस तरह सूखे हुने
फूल कितारों में मिले है
अब के अम बिच्चेणे
तो शायद कभी खाबों में मिले है अब के अम बिच्चेणे
तो शायद कभी खाबों में मिले हुने
ये खजाने तुछे मुम्किन है
खरारों में मिले है
अब के अम बिच्चेणे
तु खुदा है न मेरा इश्क फरिष्क जैसा
तु खुदा है न मेरा इश्क फरिष्क जैसा
तु खुदा है न मेरा
तु खुदा है न मेरा इश्क फरिष्क जैसा
दोनों इनसा है
तो क्यों इतने ही जासे
मिले है
दोनों इनसा है
तो क्यों इतने ही जासे
मिले है
अब के अम बिच्चेणे
तो शायद कद भी खादों में
मिले है
अब के अम बिच्चेणे
गाउमे दुलिया
भी गाउमे यार मिले है
गाउमे दुलिया
भी
गाउमे दुलिया
भी
गमे यार में शामिर कर लो
नशा बढ़ता है शरादे जो शरादों में मिले
नशा बढ़ता है शरादे जो शरादों में मिले
अब के हम भी पूरे
आज हम दार पे खेचे गए
खेचे गए
खेचे गए
आज हम धार
आज हम धार
आज हम धार
खेचे गए
जिन पाग उपर
आज हम दार पे खेचे गए
आज हम लार पे खेचे गए
जिन बातों पर, जिन बातों पर, आज हम बार पर खैंचे गये, जिन बातों पर,
क्या जब कल वो जमाने के निसाबों में मिले,
क्या जब कल वो जमाने के निसाबों में मिले,
अब के हम जुद्धो
अब नवो मैं हून
मैं हूँ
मैं हूँ
मैं हूँ
अब न वो मैं हूँ, न तू है, न वो माजी है फराद।
अब न वो मैं हूँ, न तू है, न वो माजी है फराद।
न वो माजी है, न वो माजी है फराद।
अब न वो मैं हूँ, न तू है, न वो माजी है फराद।
ना तू है ना बुमाजे है फराई
जैसे दो साई तमन्मा के सरावों में मिले
जैसे दो साई तमन्मा के सरावों में मिले
जैसे दो साई तमन्मा के सरावों में मिले
अब के हम दूसरे।
तो शायद कभी खावों में मिले, जिस तरह सुन्खे फूल कितावों में मिले।
अभके हम देख सुने।