रेमा के सुने के बागवान
सुनू हूँ पिया जी
अज तक मैं कुछ
माथे में सलवट सी पड़ रही है क्या वाद
माथे में कई कई सलवट पड़ रही है पिया जी
क्यों
क्यों
इस जमाने को देखे
कितना फैशन का जमाना है
तेरे के कमी है
पिया जी कमी कमी है
मैं तो पेटी कोड ने पहर पहर कर मर जाओंगी
तो बड़ीा पेटी कोड में करवी को नहीं लाग जाए
ना पिया जी मैं भी जी स्टोप लाओंगी
जी स्टोप
ओ पिया जची मेरे मन में
अब कसर ना छोड़ू में फैसन में
ओ पिया जची मेरे मन में अब कसर ना छोड़ू
फैसन में ना पहरू पेटी कोटे खरच करो नोटे समय पहचाने जा
बोरी धर्या के फैसन में प्यारी धर्या के फैसन में
मैं छोटा सा जमीदार नहीं रोजगार
पिया जची में रे मन में अब कसर ना छोड़ू
फैसन में ना पहरू पेटी कोटे खरच करो नोटे समय पहचाने जा
अरे देखन लायक देखन लायक गोरी तेरी के मेरे मैं सखोट पिया
मेरे साथ सहर ने चालो जेब में धरक नोट पिया
जैपुर की साडी लियाओंगी जैपुर का पेटी कोट पिया
वोई दस भी गाए खेत मेरे वैंग अलगम रहों कमाने में
मुश्किल मारा होए गुज्यारा कमी से पीने खाने में
ना उबरे हम पादा को ना सर पर कर्ज चड़ाने में
ना उबरे हम पादा को ना सर पर कर्ज चड़ाने में
किया मान जा, कहने ने सब जा, मान जा, पहने ने मत, मारे दिल पर छोटे, खरच करो नोट, समय पहचान जा
रेखरी माने जा, तने निउबे राए कि दुनिया के कितने कितने खीला हैं, और मारे केवल और केवल तस्वीर का खेत है, खाने लाइक दाने हो, अपना गुजारा ठीक चाल रहा है, ज़्यादा उड़ने की इजरत नहीं है, गुजारा ने खिया जी, मज़े आ रहे हैं मज�
अरे बेसक पाँच, अरे बेसक पाँच हजार में आवे, बेसक पाँच हजार में आवे, सूट सिलाओ महंगा में, चलती वर चमके लागेंगे, जड़े सितारे सहना में,
लगी बेटरी हो ए जमा जम, बलब जड़े मेरे लेहंगा में, लगी बेटरी
बैके ओड पहरना, चाहिए शादा, ओड पहरना, चाहिए शादा, बात या गोरी, मान मेरी,
फैशन के महताज नहीं है, चंदर माशी शान के रीप,
किशरण द्वेकी नजर लगें, आफत मैं आजा जान तेरी,
जब पैन चलूंगा ले, हारे मैं ये करते बात, इसारे मैं बैंठाडी चाहवे,
गोट खरच करो नौट समेपे हैं,
चाहने जाओ कि सॉनसाय माने था रॉप्ल से वीडियो सबो कपड़ना और है और हिटार बच्चा है सिर्फ उन्हें �isti
पूरी नहीं हो रही हां प्यार जी एक दिमाइंड पर डिमाइंड बढ़ाए जा रही है क्या डिमाइंड है छोटी छोटी सी हैं बस अच्छा हां यह क्या रह गया अभी तो बहुत कुछ नहीं रह रहा है प्यार जी क्या रह गया बताइए सुन लीजिए सुना दे
अरे आधून की गेहने बने वादे मत करिये साजन इनकारे कान के कुंडल नाग की नथली और तागडे जहलर दारे गज़वर की छाती के उपर छेतो लेका राणी हारे
दक हो जाएंगे बरिवाद नार मेरा मत ना बिटे खाकारी
आज तने ऐसा चड़ रहा जनू चाव दुलहन ने बिहाकारी
चोरी लुटे ले जाएंगे मर गर में पड़ जाएंगे डाकारी
हो पेरों में रम जोल पिया सुन के छाती जा दोल पिया
जो बच्चा ले अगने बोट खरच करो नोट समे पे चाने जा
रे गोरी बान जा
रे गोरी बान जा
पिया जी यादो बेग मेरी बात मार लीजिये
अच्छा और ना मानू तो
अगर मना मारे ना तो फिर देडले बात में फ़रक आ जाएगा
बात में के फ़रक आ जाएगा
अच्छा तू न्यारा और मैं न्यारी
लेकिन आप बागवान है ऐसा मना सोच
अरे जो ना मेरी मानोगे तो आजा फ़रक बात के मां
लगू हंसनी सी प्यारी जब चालू तेरा साथ के मां
मेरे रूप कहां रूप कहां पड़ जा रहे
साजन बैसलात के मां
ओरे समझदार मानस है प्यारी
कभी नहीं इतराते हैं
खरच करें अपने बच्चों पर उच्छा पड़ा लिखाते हैं
परचारी अरे राम बैसले इसी तरह समझाते हैं
परचारी
परचारी
हरे राम बेश्वे इसी तरे सम्मझ आते ने
मैं समझ गई समझाने ते, ना फायदा करज बढाने ते
तेरी पूरी करो, सपोटे, खरच करो, नोते समें पे हैं चाने जा
वोरी धर्या के पैसन में सजनी धर्या के
फैसन में मैं छोटा सा जवीदार नहीं रुजिगार रे गोरी मान जा
पिया जची मेरे मन में अब कसर न छोड़ू फैसन में न पहर
पेटी कोट खरच कर नोट समय पहचान जा
रे गोरी मान जा
पेटी कोट खरच कर नोट समय पहचान जा
रे गोरी मान जा