खुशी के दो पल में लेगा
तो पल में ही यूँ छिन गए
तुझ से ही शाम थी
तुझ से थी सुभा
तुही दुनिया मेरी
सुन ले ये मेरी इलतेजा
अब जा रहे हो तो
देखो जरा
पीछे मुड़के मुझे
मैं तुहों अहीं कड़ा
मेरे बेंगर तुम जी पाऊगे
तो फिर वो प्यारी क्या
जो हमने था किया
विषेष भ्राई रखने की तासी
आसा नहीं है ये
तेरे बिना गुझर
सब बे माइनी
जिन्दगी का सफर
तु सब से सही
तेरा गिला बजा
कैसे तुझ को मनाऊं?
बस कर ये सजा
अब जा रहे हो तो देखो जरा
पीछे मुड़के मुझे मैं तुम वहीं खड़ा
मेरे बिन गिर तुम जी पाओगे
तु फिर वो फ्यारी क्या
जो हमने था किया
और गई ये आखरी है अलविदा
जहां भी हो खुश रहो
और गई ये आखरी है अलविदा
मेरी बसी ये दुआ