आये तुम याद मुझे गाने लगी हर धड़कन
खुशबू लाई पवं महका चंदन
आये तुम याद मुझे गाने लगी हर धड़कन
जिस पल नैनों में सोपना तेरा आए
उस पल मौसम पर मेहन्दी धच जाए और तुम बन जाए जैसे तुलहं
आये तुम याद मुझे गाने लगी हर धड़कन
जब मैं रातों में तारे गिनता हूँ और तेरे कदमों की आहत सुनता हूँ
लगे मुझे हर तारा तेरा धरपन आये तुम याद मुझे गाने लगी हर धड़कन
हर पल मन मेरा मुझे से कहता है जिसकी धन में तु खोया रहता है
कर दे फूलों से उसका दामन आये तुम याद मुझे गाने लगी हर धड़कन
फुश्वु लाई पवंद महका चंदन आये तुम याद मुझे गाने लगी हर धड़कन