आया मस्त पवन का सुकाभोथो से चक्डारे मेरे दालों से चक्डारेभोथो से चक्डारे मेरे दालों से चक्डारेइन्हो सई उसकी गणवादरी ॐ सल्वॉत्म बरिवाम�로च इन्होअैसा मुझको दीके जैसे तुम्हवन लेले जायेमैं न कुछभी समझीमैं ना कुछ भी समझी तुकने लाख मुझे समझायामस्त पवन का छोखामैं भूलू वो याद चिलालेदिल्की धण धण दणती जालेमैं भूलू वो याद चिलालेकैसा है ये दर्द सुखानाकैसा है ये दर्द सुखानाआखे बर नाल और मुझकानाआखे बर नाल और मुझकानाआसकी जोरी मेंबझके यासकी जोरी मेंआसकी जोरी मेंठकी छोली में भरके तरत परे, तकने लाया, मस्त पवन का छोका, मस्त पवन का छोका, छोका लाया, छोका लाया