बोली बोली सक्य दर्बार की जेव
बिराल्यात की जेव
जूलू अलगादो निनिया चंयाहू
आवतारी घरे हमारा मैयाहू
चल जाये बोले पुरा गन्याहू
आवतारी घरे हमारा मैयाहू
चल जाये बोले पुरा गन्याहू
चल जाये बोले पुरा गन्याहू
थावतारी घरे हमारा मैयाहू
बोले बोले महारावाली महिला की जाए
आवो तारी घोरे में महारावाली महिला की जाए
मैं महरानी हैं बरदानी दूर को दिहें परसानी
मया के मानी महि मां के जानी वीजनस में होई ना हानी
मैं महरानी हैं बरदानी दूर को दिहें परसानी
मया के मानी महि मां के जानी वीजनस में होई ना हानी
घरावा के भागी सब बलईया हूँ आवतारी घरे हमारा मोईया हूँ
जुलू अलगाद निमिया छोईया हूँ
जुलू अलगाद निमिया छोईया हूँ
अवतारी घरे हमारा मोईया हूँ
बोली बोली सेरा वली भाईया खीन जय
अवतारी घरे हमारा मोईया हूँ
उपेंदर बिहारी
बोली बोली
बुखल नाव रात्र हो, मानी जा बात हो, दिहे माया जिना गिसा मारी
उपेंदर बिहारी, चली नाया गारी, माया गे आरो ती उतारी
बुखल नाव रात्र हो, मानी जा बात हो, दिहे माया जिना गिसा मारी
पुज़ा तारे जितु माई के पोईया हो, आमो तारी घरे आमारा मैया हो
जुलु बापा गादनिनिया छाईया
आवतारी घरे हमारा मोया हो