आशिक तेरा होने लगा हूँ
देख के तुझका खोने लगा हूँ
लाखों में देखा एक पसंद की
लाखों में देखा एक पसंद की
एक ही तुझ पे मरने लगा हूँ
देख के तेरा होने लगा हूँ
देख के तुझका खोने
लगा हूँ
ख़ौबों में तुझ है
आखों में तुझ है
लब पे तुझ है बातों में तुझ है रूहों में
तुझ है सोचों में तुझ है यादों में तुझ है
सासों में तुझ है पर परण परण परण परण परण परण
परण परण परण परण परण परण परण परण परण परण �
आशिक तेरा
होने
लगा हूँ
देखे के तुझ को खोने लगा हूँ
आशिक तेरा होने लगा हूँ देखे के तुझ को खोने लगा हूँ
मज़ को मज़नू दिवाना
तेरा हसना तेरी
शरारत
मज़ में जगाए
शोक महबत
अपना ही तुझ को समझने लगा हूँ
आशिक तेरा होने
लगा हूँ देखे के तुझ को खोने
लगा हूँ
देखे के तुझ को खोने
लगा हूँ