धरती पे
आ करके दुख को दोर करे
जय जय जा हर वीर हरे
जो कोई भक्ति प्रेम से करे जा हर वीर जी की
जय जय जा हर वीर हरे
बागर जन्म लिया वीर ने जय जय कार करे
जय जय जा हर वीर हरे
जय जय जा हर वीर हरे धर्म की बेल बढ़ाई निस दिन तपास करे
दूष्ट जनों को दंड
दिया
जग में रहे करे
जय जय जा हर वीर हरे
सत्य अहिसा का व्रत धारा छोट से आप डरे
वचन भंको बुरा
समझे
धर से आप निकरे
जय जय जा हर वीर हरे
जय जय जा हर वीर हरे माणी में करे तपास्या अच्छ रज सभी करे
चारों दिशा से भक्त आए आशा लिये उत्रे
जय जय जा हर वीर हरे
जय जय जा हर वीर हरे