तू ही आरम्भ, तू ही प्रारम्भ, तू शुभारम्भरे।
एक तू ओमकारा, एक तू ही सहारा, तेरे नाम से ही जुड़ा है सब शुभ याहा।
विगनहरता विधाता, विश्व का विधाता, विश्व का विधाता।
तू ही राजा है दिलों का सब के हेगनराया, तू आदि तू ही है अनन्त हेगनराया।
तू ही आरम्भ, तू ही प्रारम्भ, तू शुभारम्भरे।
तू ही आरम्भ, तू ही प्रारम्भ, तू शुभारम्भरे।
ओ बुद्धि का ही तु देवा, शुद्धि का ही तु देवा।
तेरी आरटी में ही सारे संसार का।
हर कोई जाग जाए, दर को खुद से भगाए, मिल जाए लाब जो तेरे वर्ताद का।
तू ही राजा है दिलों का सब के हेगनराया, तू आदि तू ही है अनन्त हेगनराया।
तू ही आरंभ, तू ही प्रारंभ, तू सुभारंभरे।
तू ही आरंभ, तू ही प्रारंभ, तू सुभारंभरे।
तू ही आरंभ, तू ही प्रारंभ, तू सुभारंभरे।
तू ही आरंभ, तू ही प्रारंभ, तू सुभारंभरे।
तू ही है आरंभ, तू ही है प्यारंभ, तू ही शुपारंभ है।