आने वालो ये तो बताओ शहर मदीना कैसा है
आने वालो ये तो बताओ शहर मदीना कैसा है
सर उनके कदमों में रखकर जुककर जीना कैसा है
आने वालो ये तो बताओ शहर मदीना कैसा है
आने वालो ये तो बताओ
शहर मदीना कैसा है
शहर मदीना कैसा है सर उनके कदमों में रखकर सर उनके कदमों में रखकर छुककर जीना कैसा है
आने वालों ये तो बताओ शहर मदीना कैसा है
गुम्बत खजरा के साये में बैठक तुम तो आए हो
गुम्बत खजरा के साये में बैठक तुम तो आए हो
गुम्बत खजरा के साये में बैठक तुम तो आए हो
खजरा के साए में बैठ के तुम तो आए हो उस साए में रब के आगे
सजदा करना कैसा है
आने वालो ये तो बताओ शहर मदीना कैसा है
दिल आगे
आखे और रूह तुम्हारी लगती है सैराब मुझे
दिल आखे और रूह तुम्हारी लगती है सैराब मुझे
दिल आखे और रूह तुम्हारी लगती है सैराब मुझे
दर पे उनके बैठके आभे जमजम पीना कैसा है
दर पे उनके बैठके आभे जमजम पीना कैसा है
आने वालों ये तो बताओ
शह्र में आखे और रूह तुम्हारी लगती है सैराब मुझे
दिवानों आँखों से तुम्हारी इतना पूछ तो लेने दो
दिवानों आँखों से तुम्हारी इतना पूछ तो लेने दो
दिवानों आँखों से तुम्हारी इतना पूछ तो लेने दो
वक्त दुआ रोजे पे उनके आसु बहाना कैसा है
वक्त दुआ रोजे पे उनके
आसु बहाना कैसा है
वक्त दुआ रोजे पे उनके आसु बहाना कैसा है
वक्त दुआ रोजे पे उनके आसु बहाना कैसा है
वक्त दुआ रोजे पे उनके आसु बहाना कैसा है
ये बतलाओ इशिरत उनके दर से विछड़ना कैसा है
आने वालो ये तो बताओ शहर मदीना कैसा है
सर उनके कदमों में रखकर
सर उनके कदमों में रखकर
छुटकर
जीना कैसा है आने वालों ये तो बताओ शहर मदीना कैसा है
आने वालों ये तो बताओ शहर मदीना कैसा है
शहर मदीना कैसा है