अगरी वाजतो पेंड़ बाजा
मगरी बाजा ना शिकता
काई रुबाब बगचिल बराता
अला गवरा है बेदी ब्याता
वराड़ी चाचेचेके दार धेवन आले मोटर कार
करव्या वर्माई दिमाखदार दाजीन घालुन
नटलिया खार
दाजीन घालुन नटलिया खार
तगे सोये रे
पाउन्यांसा काई रुबाब
बगचिल बराता
आला गवरा है बेदी ब्याता
गराज पड़िला
गराज पड़िला
शिर्वन शोभे अंगाला मोत्यंच माला फेट्याला
अपने पड़ला एकाउडिला
नव्रा मोठ्या घराचा राज बिंडा तो रुपाशा काई रुबाब बगचिल बराता
आला गवरा है
बेदी ब्याता
मगारी बाजा नाशिकता
अगारी बाज
बोकेंड बाजा
मगारी बाजा नाशिकता
आई रुबाब बगचिल बराता
आला नव्रा है बेदी ब्याता