पंखट पर खड़ी अगेली रस्ता देखूं भाई का
इंतजार करती मेरे आखी का ना तेरी कलाई का
आज भी दिल में है अर्मा बरसों से ये तमना
तेरे जैसा हो भाईया अभी आसमा का सपना
आजा रे कारहा आजा रे आज इंतजार करती हूं मैं
तेरे बिना जीना मुश्किल कैसे बताओं तुछे से
आज भी चांद तनहा है राते भी उदास है
तेरे बिना सब कुछ सूना तुछे से ही सब खास है
कब आएगा वो पर प्यारा जब तू मेरे पास होगा
आँखों में तुझे बसा लूँगी फिर ना कोई फर्याद होगा
आजा रे कान हाँ आजा रे आँ इंतजार करती हूँ मैं
तेरे बिना जीना मुश्किल कैसे बताओं तुछे से
प्यारा जब तुछे से ही सब खास होगा